यूरोपवालों मुझे तुम्‍हारे मर्दों से शादी नहीं करनी… क्‍यों भड़क गई यह भारतीय निवेशक, निकाली भड़ास!

नई दिल्‍ली: लंदन में रहने वाली भारतीय निवेशक आशिमा अरोड़ा का एक पोस्ट सुर्खियों में है। महीनों इंतजार और डेनमार्क की यात्रा के लिए शेंगेन वीजा पर 4 लाख रुपये से ज्‍यादा खर्च करने के बाद भी इंटरनेशनल फ्लाइट मिस होने से वह बुरी तरह भड़क गईं। उनका वीजा र‍िजेक्‍ट कर द‍िया गया था। आशिमा ने सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म ‘एक्‍स’ पर अपनी भड़ास निकाली। उन्‍होंने कहा, ‘ यूरोप, मैं वादा करती हूं कि मैं तुम्हारे मर्दों से शादी नहीं करना चाहती या लंदन छोड़कर तुम्हारे शहरों में अवैध रूप से रहना नहीं चाहती!’

दिल्ली की आशिमा अरोड़ा एक वेंचर कैपिटलिस्ट और लोकलग्लोब की पार्टनर हैं। उन्होंने अपने वीजा अपॉइंटमेंट के लिए तैयार किए गए विस्तृत दस्तावेजों की तस्वीरें साझा की हैं। ये दस्‍तावेज 100 से ज्‍यादा पन्नों के हैं।

कड़ा मैसेज ल‍िखने का क्‍या था मकसद?

आशिमा ने उम्मीद जताई कि अधिकारी उनकी मंशा समझेंगे। वह अवैध रूप से यूरोप में बसने के बजाय काम के लिए यात्रा की योजना बना रही थीं। अपने एक्स अकाउंट पर आशिमा ने लिखा, ‘यूरोप, मैं वादा करती हूं कि मैं आपके मर्दों से शादी नहीं करना चाहती या लंदन छोड़कर आपके शहरों में अवैध रूप से नहीं रहना चाहती। यही नहीं, मैं रोजाना 250 डॉलर से अधिक खर्च करने का वादा करती हूं। कृपया मुझे एक टूरिस्‍ट वीजा प्रदान करें!’

17 मई की फ्लाइट छोड़नी पड़ी

दस्तावेजों की संख्या पर जोर देते हुए आशिमा ने कहा, ‘हां, ये प्रिंटेड डॉक्‍यूमेंट के 100 से ज्‍यादा पेज हैं।’ उन्होंने बताया कि एक भारतीय पासपोर्ट धारक और यूके बायोमेट्रिक निवास परमिट धारक होने के नाते उन्हें दोनों देशों के फॉर्म भरने पड़ते हैं। चूंकि यह यात्रा काम संबंधी उद्देश्य से थी। इसलिए उन्होंने सामान्य टूरिस्‍ट-संबंधी फॉर्मों के अलावा सभी आवश्यक दस्तावेजों और स्वीकृतियों का प्रबंध भी सुनिश्चित किया।

आशिमा ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, ‘मैं यूके बीआरपी के साथ एक भारतीय पासपोर्ट धारक हूं। मुझे दोनों देशों के दस्तावेज बनाने होते हैं। साथ ही यह काम से संबंधित था – इसलिए सामान्य पर्यटक दस्तावेजों से इतर बहुत सारे पत्र, अनुमोदन, पुष्टिकरण आदि करने पड़े।’

भारतीय यात्री जो फ्रांस, जर्मनी, इटली और स्पेन जैसे लोकप्रिय डेस्टिनेशन की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, उन्हें विशेष रूप से शेंगेन वीजा के लिए लंबी प्रतीक्षा अवधि का सामना करना पड़ता है। आशिमा की एक्स पोस्ट के अनुसार, उन्‍हें अपनी समस्या के समाधान के लिए वर्ल्डकॉइन से बहुत उम्मीदें थीं। उनकी उड़ान शुक्रवार 17 मई 2024 के लिए निर्धारित थी। लेकिन, उन्‍हें वीजा नहीं मिला।

अमित शुक्‍ला

लेखक के बारे में

अमित शुक्‍ला

पत्रकारिता और जनसंचार में पीएचडी की। टाइम्‍स इंटरनेट में रहते हुए नवभारतटाइम्‍स डॉट कॉम से पहले इकनॉमिकटाइम्‍स डॉट कॉम में सेवाएं दीं। पत्रकारिता में 15 साल से ज्‍यादा का अनुभव। फिलहाल नवभारत टाइम्स डॉट कॉम में असिस्‍टेंट न्‍यूज एडिटर के रूप में कार्यरत। टीवी टुडे नेटवर्क, दैनिक जागरण, डीएलए जैसे मीडिया संस्‍थानों के अलावा शैक्षणिक संस्थानों के साथ भी काम किया। इनमें शिमला यूनिवर्सिटी- एजीयू, टेक वन स्कूल ऑफ मास कम्युनिकेशन, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय (नोएडा) शामिल हैं। लिंग्विस्‍ट के तौर पर भी पहचान बनाई। मार्वल कॉमिक्स ग्रुप, सौम्या ट्रांसलेटर्स, ब्रह्मम नेट सॉल्यूशन, सेंटर फॉर सिविल सोसाइटी और लिंगुअल कंसल्टेंसी सर्विसेज समेत कई अन्य भाषा समाधान प्रदान करने वाले संगठनों के साथ फ्रीलांस काम किया। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। देश-विदेश के साथ बिजनस खबरों में खास दिलचस्‍पी।… और पढ़ें

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